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Sunday, March 11, 2007

The joy of reading your favourite song in your language..

बीडी जलाइले जिगर से पिया जिगर मा बडी आग हैं.
धुवारा निकालियो लब से पिया ये दुनिया बडी खाक हैं|

ना गिलाब ना लिहाफ थन्डी हवा भी खिलाफ ससुरी
इतनी सर्दी हैं किसीका लिहाफ लै ले जा पदोसीके चुल्हेसे आग लै ले!!
बीडी जलाईले....

ना कसूर ना फतूर बिना जुरम के हुजूर मर गई|
ऐसे इक दिन दुपहरी बुलाइ लियो रे बांध घुन्घरु कचहरी लगाईलियो रे ||
अंगीठी चढाइले जिगर से पिया जिगर मा ... आग हैं|

ना बुलाया ना बताया माने नीन्द से जगाया मर गई
ऐसा चोखें लिहाफ में नसीब आ गया वोह इलायची खिलायके करीब आ गया|
कोयला जलाइले जिगर से पिया जिगर मा बडी आग हैं |

[written in paahijen - ScratchPad: http://www.paahijen.com/scratchpad ]